________________ स्त्रीप्रत्ययाः 135 अथ प्रत्यया उच्यन्ते अव्ययसर्वनाम्नः स्वरादन्त्यात्पूर्वोऽक्कः // 368 // अव्ययानां सर्वनाम्नां चान्त्यात्स्वरात्पूर्वोऽक्प्रत्ययो वा भवति कप्रत्ययश्च बहुलं / बहुलमिति किं ? क्वचितप्रवृत्तिः क्वचिदप्रवृत्तिः, क्वचिद्विभाषा क्वचिदन्यदेव। विधेर्विधानं बहुधा समीक्ष्य, चतुर्विधं बाहुलकं वदन्ति // 1 // उच्चकैः / उच्चैः / नीचकैः / नीचैः / सर्वः / सर्वकः / विश्व: / विश्वकः / युष्मकाभिः / अस्मकाभिः / एभि: / इमकैः / अमीभि: / अमुकैः / भवन्त: / भवन्तकः। विभक्तेश्च पूर्व इष्यते // 369 // विभक्तेश्च पूर्वोऽक्प्रत्ययो वा इष्यते / त्वया त्वयका / मया मयका। आख्यातस्य चान्त्यस्वरात्॥३७० // आख्यातस्य चान्त्यस्वरात्पूर्वोऽक्प्रत्ययो वा भवति / पचति, पचतकि / भवन्ति भवन्तकि / इत्यादि / कप्रत्ययश्च / यांवक: / यामकः / मणिकः / वत्सक: / पुत्रकः / अश्वक: / वृक्षकः / देवदत्तकः / इत्यादि। के प्रत्यये स्त्रीकृताकारपरे पूर्वोऽकार इकारम्॥३७१॥ के प्रत्यये स्त्रीकृताकारे परे पूर्वोऽकार इकारमापद्यते। सर्विका। विश्विका / उष्ट्रिका। पाचिका। मूषिका / कारिका / पाठिका / इत्यादि। __अब प्रत्यय कहे जाते हैं। अव्यय और सर्वनाम के अन्त्य स्वर से पूर्व 'अक्' प्रत्यय हो जाता है अथवा बहुलता से 'क' प्रत्यय भी हो जाता है // 368 // बहुलं किसे कहते हैं ? श्लोकार्थ-कहीं पर प्रवृत्ति होवे, कहीं पर प्रवृत्ति न होवे, कहीं पर विकल्प होवे और कहीं पर अन्य रूप ही हो जावे, इस प्रकार विधि-नियम के विधान को बहुत प्रकार से देखकर 'बहुलता' को चार प्रकार कहते हैं // 1 // . जैसे—उच्चैस् अव्यय है अक् प्रत्यय अन्त्य स्वर के पूर्व में होने से उच्चकैस् बना विसर्ग होकर उच्चकैः, ऐसे ही नीचैः-नीचकैः, सर्व: सर्वकः / युष्माभि: है अक् प्रत्यय, विभक्ति और अन्त्य स्वर के पूर्व में होने से युष्मकाभि: बना। एभि: को अक् प्रत्यय होकर 'इद' को इम हुआ पुनः अक् प्रत्यय मिलकर भिस् को ऐस् होकर इमकै: बना। ‘अमीभि:' में भी अद् को अम् होकर अक् प्रत्यय होकर अमुकैः बना। विभक्ति से पूर्व अक् प्रत्यय विकल्प से होता है // 369 // अत: त्वया, त्वयका दो रूप बनेंगे। आख्यात से अन्त्य स्वर से पूर्व अक् प्रत्यय विकल्प से होता है // 370 // अत: पचति और पचतकि दोनों बन गये। 'क' प्रत्यय भी होता है। जैसे—याम: यामकः, पुत्रः, पुत्रक: इत्यादि। 'क' प्रत्यय के आने पर स्त्रीलिंग में आकार प्रत्यय करने पर पूर्व के अकार को इकार हो जाता है // 371 //