________________ उत्तराध्ययन : एक समीक्षात्मक अध्ययन मच्चुणाऽभाहओ लोगो जराए परिवारिओ। अमोहा रयणी वुत्ता एवं ताय ! वियाणह // 23 // जा जा वच्चइ रयणी न सा . पडिनियत्तई। अहम्मं - कुणमाणस्स अफला जन्ति राइओ // 24 // जा जा वच्चइ रयणी न सा पडिनियत्तई / धम्मं च कुणमाणस्स सफला जन्ति राइओ // 25 // 10,11,12 जस्सत्यि मच्चुणा सक्खं जस्स वत्थि पलायणं / जो जाणे न मरिस्सामि सो हु कंखे सुए सिया // 27 // अज्जेव धम्म पडिवज्जयामो जहिं पवन्ना न पुणब्भवामो। अणागयं नेव य अत्थि किंचि सद्धाखमं णे विणइत्तु रागं // 28 // .. 15 पुरोहियं तं ससुयं सदारं सोच्चाऽभिनिक्खम्म पहाय भोए। कुडुम्बसारं विउलुत्तमं तं रायं अभिक्खं समुवाय देवी // 37 // 36 वन्तासी पुरिसो रायं ! न सो होइ पसंसिओ। माहणेण परिच्चत्तं धणं आदाउमिच्छसि // 38 // नागो व्व बन्धणं छित्ता अप्पणो वसहिं वए। एवं पत्थं महारायं ! उसुयारि ति मे सुयं // 48 //