________________ उत्तराध्ययन : एक समीक्षात्मक अध्ययन 142 143 147 148 146 150 152 152 154 154 156. 157 : ऊर्ध्व-स्थान-योग : निषीदन-स्थान-योग : शयन-स्थान-योग : आसनों के अर्थ-भेद : वीरासन : पद्मासन : दण्डायत : वर्तमान में करणीय आसन : गमन-योग : आतापना-योग . : तपोयोग : बाह्य तप : अनशन : अवमौदर्य : भिक्षाचरी (वृत्ति-संक्षेप) : रस-परित्याग : काय-क्लेश :प्रतिसंलीनता : बाह्य-तप के प्रयोजन : बाह्य-तप के परिणाम : आभ्यन्तर-तप : प्रायश्चित्त : विनय : वैयावृत्त्य (सेवा) : स्वाध्याय : ध्यान : चित्त और ध्यान : ध्यान के प्रकार : ध्यान की मर्यादाएँ : ध्यान और प्राणायाम : ध्यान और समत्व 158 158 162 163 164 165 166 168 166 173 178 186