________________ चार . दशवकालिक : एक समीक्षात्मक अध्ययन प्रस्तुत पुस्तक के सम्पादन में मुझे अपने अभिन्न सहयोगी मुनि दुलहराजजी का पूर्ण सहयोग रहा है पर वे नहीं चाहते कि मैं उनके प्रति अपनी कृतज्ञता ज्ञापित करूं। मुनि ताराचन्दजी तथा साध्वी मंजुलाजी ने भी यत्र-तत्र मेरा हाथ बँटाया है। . नियुक्ति काल से लेकर अब तक को उपलब्ध-साधन-सामग्रो से हमें दृष्टियाँ प्राप्त हुई हैं, हमारा कार्य-पथ सरल हुआ है, इसलिए मैं उसके प्रणेता आचार्यों व मनीषियों के प्रति हार्दिक कृतज्ञता ज्ञापित करता हूँ। सं० 2023, भाद्रवी पूर्णिमा -मुनि नथमल बीदासर।