________________ | टिप्पणियाँ : . 1. जैन साहित्य का इतिहास - पं० नाथूराम प्रेमी - पृ० 137 2. जैन साहित्य का इतिहास - पं० नाथूराम प्रेमी - पृ० 412 जैन साहित्य का बृहद् इतिहास (भाग-४) गुलाबचंद चौधरी - पृ० 72 रइधू साहित्य का आलोचनात्मक इतिहास - डॉ० राजाराम जैन - पृ० 108-207 हरिवंश पुराण - सर्ग 42 / 88-89 पृ० 510 6. प्रद्युम्न चरित्र - सधारू - पद सं० 51-52 7. राजस्थान के जैन संत व्यक्तित्व और कृतित्व - डॉ० कस्तूरचंद कासलीवाल - पृ० 85 .. हरिवंश पुराण - सर्ग 61/23-24 - पृ० 735 बलभद्र चौपाई - यशोधर - पद सं० 51-52 10. हरिवंश पुराण - सर्ग 36/41 - पृ० 465 11. जैन परम्परा में श्रीकृष्ण - डॉ० महावीर कोटिया - पृ० 36 12. हरिवंश पुराण - सर्ग 42/79 - 510 13. जैन परम्परा में श्रीकृष्ण - डॉ० महावीर कोटिया - पृ० 36 14. हरिवंश पुराण - सर्ग 52/83 - पृ० 602 15. जैन साहित्य में श्रीकृष्ण - डॉ० महावीर कोटिया - पृ० 37 . 16. हरिवंश पुराण - सर्ग 36/45 - पृ० 465 . 17. जैन साहित्य में श्रीकृष्ण - डॉ० महावीर कोटिया - पृ० 39 18. हरिवंश पुराण - सर्ग 42/94-96 - पृ० 511 19. जैन साहित्य में श्रीकृष्ण - डॉ० महावीर कोटिया - पृ० 61 20. हरिवंश पुराण - सर्ग 35/48 - पृ० 454 21. जैन साहित्य में श्रीकृष्ण - डॉ० महावीर कोटिया - पृ० 61 22. हरिवंश पुराण - सर्ग 36/35-45 - पृ० 465 . 23. हरिवंश पुराण - सर्ग 35/42 - पृ० 453 24. जैन साहित्य में श्रीकृष्ण - डॉ. महावीर कोटिया - पृ० 61 25. जैन साहित्य में श्रीकृष्ण - डॉ० महावीर कोटिया - पृ० 60 26. हरिवंश पुराण - सर्ग 36/8 - पृ० 460 27. जैन साहित्य में श्रीकृष्ण - डॉ० महावीर कोटिया - पृ० 42 28. हरिवंश पुराण - सर्ग 26/59-62 - पृ० 258 29. हरिवंश पुराण - सर्ग 26/57-71 - पृ० 202-203 =282%