________________ 240. : जैनधर्म के सम्प्रदाय 64. व्याख्याप्रज्ञप्तिसूत्र-सम्पा० मधुकर मुनि, प्रका० श्री आगम प्रकाशन ___ समिति, ब्यावर, भाग 1-4; वर्ष 1982-1985 .. 64. बृहत्कथाकोश ( हरिषेण )-सम्पा० ए० एन० उपाध्ये, प्रका० भारतीय विद्याभवन, बम्बई; वि० सं० 1999 66. वृहदद्रव्यसंग्रह ( नेमिचन्द्र ) संशोधक-मनोहरलाल शास्त्री, प्रका० श्री' परमश्रुत प्रभावक मण्डल, अगास; वर्ष 1979 67. शाकटायण-व्याकरण ( शाकटायन ) सम्पा० पं० शुभनाथ त्रिपाठी, प्रका० भारतीय ज्ञानपीठ, काशी; वर्ष 1944 68. श्रावकप्रज्ञप्ति ( उमास्वाति )-सम्पा० मुनि राजेन्द्र विजय, प्रका०. संस्कार साहित्य सदन, डोसा; वि० सं० 2028 . 69. श्रावक प्रज्ञप्ति ( हरिभद्रसूरि )-सम्पा० 50 बालचन्द्र सिद्धान्तशास्त्री, प्रका० भारतीय ज्ञानपीठ, नई दिल्ली; वि० सं० 2038 70. श्रीमद्भागवतमहापुराण-प्रका० गोता प्रेस, गोरखपुर, भाग 1-2, वि०. सं० 2021 71. षड्दर्शनसमुच्चय ( हरिभद्रसूरि )-प्रका० भारतीय ज्ञानपीठ, नई दिल्ली; वर्ष 1970 72. संबोध प्रकरण ( हरिभद्र )--प्रका० राजनगर जैन ग्रन्थ प्रकाशन सभा, राजनगर, अहमदाबाद; वि० सं० 1972 : 73. समयसार (कुन्दकुन्द )-सम्पा० 50 पन्नालाल, प्रका० श्री गणेशप्रसाद' ___ वर्णी ग्रंथमाला, वाराणसी; द्वितीय संस्करण, वी०नि० सं० 2501 74. समवायांगसूत्र-सम्पा० मधुकरमुनि, प्रका० श्री आगम प्रकाशन समिति, ब्यावर; वर्ष 1982 75. सर्वार्थसिद्धि (पूज्यपाद) सम्पा० फूलचन्द शास्त्री, प्रका० भारतीय ज्ञानपीठ, काशी, वर्ष 1955 76. सूत्रकृतांगसूत्र-सम्पा० मधुकरमुनि, प्रका० श्री आगम प्रकाशन समिति, ___ब्यावर, वर्ष 1982 77. स्थानांगसूत्र-सम्पा० मधुकर मुनि, प्रका० श्री आगम प्रकाशन समिति, ब्यावर : वर्ष 1981 78. हरिवंशपुराण ( जिनसेन )-सम्पा० पन्नालाल जैन, प्रका० भारतीय ज्ञानपीठ, काशी; वर्ष 1962 79. ज्ञाताधर्मकथाङ्ग–सम्पा० मधुकर मुनि, प्रका० श्री बागम प्रकाशन समिति, व्यावर; वर्ष 1981