________________ चउसरणपइण्णयं : 46 'चउदस-दस-नवपुदी 'दुवालसिक्कारसंगिणो जे य / / जिणकप्पाऽहालंदिय परिहारविसुद्धि साहू य / / 33 / / / खीरासव महुआसव संभिन्नस्सोय कुठ्ठबुद्धी य चारण-वेउव्वि-पयाणुसारिणो साहुणो सरणं / / 34 / / उज्झियवइर-विरोहा निच्चमदोहा पसंतमुहसोहा / अभिमयगुणसंदोहा हयमोहा सहुणो सरणं / / 35 / / खंडियसिणेहदामा अकामधामा निकामसुहकामा / 'सुप्पुरिसमणभिरामा आयारामा मुणी सरणं / / 36 / / 'मिल्हियविसय-कसाया उज्झियघर-घरणिसंगसुह-साया / अकलियहरिस-विसाया साहू "सरणं विहुयसोया / / 37 / / 1. चोदस सं.।। 2. लसेकार deg सं• / / 3.अहिगय° पु० / / 4.सुपुरिसमणाभि हं. पु.।। 5. मिल्लिय° सं० पु. ला. / / 6 °रणं गयपमाया सा. / /