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________________ चउसरणपइण्णय : 40 सव्वजियाणमहिंसं अरिहंता सच्चवयणमरिहंता / बंभव्वयमरिहंता अरिहंता इंतु मे सरणं / / 17 / / 'ओसरणमवसरिता चउतीसं अइसए निसेविंता / धम्मकहं च 'कहिंता अरिहंता हुंतु मे सरणं / / 18 / / / एगाइ गिरा उणेगे संदेहे देहिणं 'समं छित्ता / तिहुयणमणुसासिंता अरिहंता हुंतु मे सरणं / / 19 / / वयणामएण भुवणं निव्वाविंता गुणेसु द्राविंता / जियलोयमुद्धरिंता' अरिहंता हुंतु मे सरणं / / 20 / / अच्चब्भुयगुणवंते नियजससहरपसाहियदियंते' / निययमणाइअणंते पडिवन्नो सरणमरिहते / / 21 / / उज्झियजर-मरणाणं समत्तदुक्खत्तसत्तसरणाणं / तिहुयणजणसुहयाणं अरिहंताणं नमो ताणं / / 22 / / 1. णमुव जे०।। 2.कहित्ता जे०।। 3. नेगं संदेहं दे जे० / / 4.समच्छिता जे» / / 5. सासित्ता जे.।। 6.व्वावित्ता गुणेसु ठावित्ता जे।। 7.°द्धरित्ता जे.।। 8. पयासियदि जे हं।
SR No.004296
Book TitleChausaran Painnayam
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSuresh Sisodiya, Manmal Kudal
PublisherAgam Ahimsa Samta Evam Prakrit Samsthan
Publication Year1999
Total Pages74
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari & agam_chatusharan
File Size6 MB
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