________________ आडो-- आलच्] चान्द्रव्याकरणम् [133 आङो ज्योतिरुद्गतौ 1 / 4 / 86 / आदैजाद्यचः छः 3 / 2 / 24 / आङो णिच्च (उणादि) 3 / 86 / आदैजाद्यचो व्यङ 2 / 4 / 18 / आङ: दः 1 / 4 / 54 / आदैजेवाद्यट: 5 / 1 / 83 / आङ: अन्धु-ऊधसोः 5 / 1 / 35 / आद्यात् 2 / 4 / 17 / आङ: यम-हन: स्वाङ्गाप्याच्च आद्यात् अच: 5 / 1 / 3 / 1 / 4 / 73 / आद्यादिभ्यः 4 / 3 / / आङो यि 5 / 4 / 16 / आधारात् 1 / 1 / 26 / आङो रु-प्लो: 1 / 3 / 42 / आने मुक् अतः 5 / 4 / 175 / आङ-माङ: 5 / 171 / आत् महत: जातीय-एकार्थयोः आचार्यानी 2 / 3 / 46 / अच्व्य र्थे 5 / 2 / 46 / आत् शी-योः 5 / 4 / 34 / आपः औतः शी: 2 / 1 / 17 / आज्ञायिनि 5 / 2 / 7 / . आपत्यस्य अनाति अणादौ आत् 6 / 4 / 25 / 5 / 3 / 155 / आत: 1 / 4 / 42 / आपो वा 5 / 3 / 71 / आतः 5 / 3 / 136 / आपो वा 6 / 2 / 72 / आतः प्रादिभ्यः 1 / 1 / 142 / आप्यं वा 3 / 3 / 123 / आतो णल औः 1 / 4 / 14 / आप्रपदं प्राप्नोति 4 / 2 / 12 / आत: / अन्तः-प्रादिभ्यः 1 / 3 / 87 / आबाधे पुंवच्च 6 / 3 / 6 / आतः अप्रादेः कः 1 / 2 / 2 / आभीक्ष्ण्ये णमुल च 1 / 3 / 132 / आतः युक् अणलि 6 / 1 / 41 / आमः आकम् 2 / 1 / 31 / आतः युच्. 1 / 3 / 105 // आमः 1 / 4 / 16 / * * आत्मनः पूरणे 5 / 2 / 6 / आमः कृञः प्राग्वत् 1 / 4 / 110 / आत्मनि खश्च 1 / 2 / 61 / आमन्त्रितं पूर्वम् असद्वत् 6 / 3 / 24 / आत्म-अध्वनोः खे 5 / 3 / 167 / आमयावी 4 / 2 / 138 / आथर्वणः 3 / 3 / 63 / आम् एतः 1 / 4 / 24 / / आत् अदेङ 5 / 1182 / आयन्-एय-ईन्-ईय्-इयः फ-ढ-ख-छ-घां आत् मः साम् 2 / 1 / 6 / फाद्यादीनाम् 5 / 4 / 2 / आदित: 5 / 4 / 141 / आयस्थानात् आगते 3 / 3 / 47 / आदिरिता समध्यः 1 / 1 / 1 / आत्विजीनः 4 / 1 / 81 / आदेः 1 / 1 / / आर्य-क्षत्रियाच्च 2 / 3 / 51 / आ-अदेङ यङि 6 / 2 / 132 / आत् i4 / 1 / 25 / आदेश्छन्दस: प्रगाथे 3 / 1 / 33 / आलच्-आटचौ कुत्सायाम् 4 / 2 / 146 /