________________ 4.] - चानण्याकरणम् 203 शोणादि 2 / 3 / 41 / 214 सिआदि (धातुगण) 6 / 4 / 56 / . 204 शौनकादि 3 / 3 / 72 / 215 सुआदि (धातुगण) 1 / 1 / 65 205 षष्टि आदि 4 / 2 / 54 / 6 / 4 / 57 / 206 संतापादि 4 / 1 / 120 / 6 / 4 / 50 / 207 संपादि 13 / 63 / 216 सुखादि / 1 / 1 / 35 / 208 संध्यादि 3 / 2 / 76 / 4 / 2 / 128 / 206 समानादि 2 / 3 / 33 / 217 सुषामन्आदि 6 / 4 / 86 / 210 सर्वादि 2 / 1 / 6 / 218 सुस्नातादि 3 / 4 / 46 / 2 / 172 / 216 स्तोकादि 5 / 2 / 2 / 4 / 3 / 7 / 220 स्थाआदि (धातुगण) 6 / 4 / 58 / 4 / 3160 6 / 4 / 50 / 5 / 2 / 41 / 221 स्थूलादि 4 / 3 / 27 / 5 / 2 / 108 / 222 स्वर्गादि 4 / 1 / 133 / 6 / 3 / / 223 स्वागतादि 6 / 1 / 18 / 211 साक्षात्आदि 2 / 2 / 36 / 224 हरितादि 2 / 4 / 36 / 212 सिध्मादि 4 / 2 / 100 / 225 हस्तिन् आदि 4 / 4 / 127 / / 213 सिन्धुआदि 3 / 3 / 61 / 226 हिमादि 4 / 2 / 136 / .. [इति चान्वसूत्रोक्तगणसूचिः समाप्ता]