________________ विषयानुक्रम : परि-१३ 683 भय प्रायोपगमन 469,474, 475,516-57 वैयावृत्य 456 बालमरण 499-501 व्यवहार 7-179,560-62, भक्तपरिज्ञा 322 695-702 921-26 व्यवहारी 149-59, २०६-१०,२४१मंडली 1028-30 45, 252-59,292-303, मंत्रपिण्ड (भिक्षा-दोष) 1444-47 307-11 मन:पर्यवज्ञान 74-89 व्युत्सर्गार्ह 972-97 महसिल (युद्ध) 479-81 शंकित (भिक्षा-दोष) 1477-89 मानपिण्ड (भिक्षा-दोष) 1396, 1397 शय्यातरपिण्ड 1994-97 मायापिण्ड (भिक्षा-दोष) 1398-1411 शिष्य-परीक्षा 571-80 मालापहत (भिक्षा-दोष) 1269-73 संभ्रम 933 मासकल्प . 2058-95 संयोजना दोष 1611-20 मिश्रजात (भिक्षा-दोष) 1216-18 संलेखना 341-55, 399-406 मूलकर्म (भिक्षा-दोष) 1468-70 संवर-निर्जरा 707-12 मूलाई प्रायश्चित्त 2290-2302 संस्तवपिण्ड (भिक्षा-दोष) 1421-36 मृषावाद 882-901 संहृत (भिक्षा-दोष) 1557-68 म्रक्षित (भिक्षा-दोष) 1490-1511 समिति 803-60 योगपिण्ड (भिक्षा-दोष) 1458-67 सहसाकरण 135, 917 रथमुशल. (युद्ध) 479-81 साधर्मिक 1139,1140 राजपिण्ड (भिक्षा-दोष) 1998-2014 | | सामाचारी 879-81 लिप्त (भिक्षा-दोष) 1594-99 सुप्रणिहित 240 लोभपिण्ड (भिक्षा-दोष) 1412-17 सुविहित 2595 लैंगिकइंद्रियज्ञान 14-19 सूत्र और अर्थ 264 वनीपकपिण्ड (भिक्षा-दोष) 1362-83 स्खलना 913,914 विद्यापिण्ड (भिक्षा-दोष) 1437-43 स्थविरकल्प 2181-94 विनय-प्रतिपत्ति 212-39 स्थापना (भिक्षा-दोष) 1219-23 विनय-भंग 872-79 स्वाध्याय 454 विवेकार्ह प्रायश्चित्त 963-71 | श्रुतव्यवहार 559-65