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________________ 556 जीतकल्प सभाष्य 1722 45 1726 1960 527 488 2194 1796 464 681 1402 21 1738 1395 1659 देउलदरिसण-भासा... देंता वि ण दीसंती देज्जाही तम्मत्तं देव-णर दुगतिगऽस्सा देसं व देसदेसं देसियमादिपदाणं देसिय राइय पक्खिय देसूणपुव्वकोडीओ देहविओगो खिप्पं दोण्णि वि समणसमुत्था दोसं हंतूण गुणं दोसग्गी वि जलंतो दोसा अतिप्पमाणे दोसा कसायमादी दोसासति मज्झिमगा दोसु तु परिणमति मती दोसु तु वोच्छिण्णेसू दोसेण सधूमं तू दो सोत-णेत्तमादिग दोहिं पि गरहितेहिं दोहि वि बलिए सव्वं धणमादाणं भण्णति धम्मकहा आउट्टाण धम्मज्झाणं ण तरति धम्म सहावो सम्मइंसण धम्मो मंगलमुक्कट्ठ धम्मो मंगलमुक्कत्थो धाती दूती णिमित्ते धारणऽणंतर जीतं धारणववहारेसो धारणववहारो खलु धारयति धीयते वा 1358 धावण गतिमतिरित्ता 260 धावण-डेवण-संघरिस 1816 धावणमादिपदेसुं 524 धितिदुब्बल देहें बली 2578 | धिति-बलजुत्तेहि तहिं 991 धिति-संघयणविजुत्तो 21 | धितिसंघयणेणं तू 2117 | धीबलसंघयणं वा 453 धीरपुरिसपण्णत्ते 1473 | धीरपुरिसपण्णत्तो 2056 धूयदुगं संदिसती 1652 धूवादिगंधवासे 1631 धोतें जहण्णेक्कासण 234 नगरम्मि हत्थकप्पे 2099 नत्थि छुहाएँ सरिसिया 1950 नत्थि तु खेत्तं जिणकप्पि... 277, 279, 280 नदिकण्ह वेण्णदीवे 1651 नवदसपुव्वकतत्थो 549 नवपुव्वि जहण्णेणं 1511 नवयंगसोतबोहिय 1961 / नवविहववहारेसो 924 नाणमादीणि अत्ताणि 2573 | नाणादीपरिवुड्डी 1662 नालीधमएण जिणा 228 निग्गंथ सक्क तावस 1009 निग्गम गुरुमूलाओ 1018 निच्छयणयस्स चरणा... 1319 निज्जूहितस्स असुभो 701 नियगाहारादीयं 659 / नियमा तिकालविसयम्मि 674 निरवेक्खा एगविहा 1321 निरवेक्खों तिण्णि चयती 2060 1461 2434 2161 548 1935 141 592 122 1366 750 1118 2551 1628 1341 2207 294
SR No.004291
Book TitleJeetkalp Sabhashya
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKusumpragya Shramani
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year2010
Total Pages900
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & agam_jitkalpa
File Size15 MB
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