________________ पदानुक्रम : परि-१ 555 482 1762 2184 2183 926 2023 785, 14 795 2544 2525 237 2480 945 2186 436 दप्पेणाऽसीतसतं दप्पो वग्गण-धावण... दवियपरीमाणं ता दव्वओं उज्जुमती तू दव्वं अभिग्गहा पुण दव्वं आहारादी दव्वं खेत्तं कालं दव्वमुसे तु जहण्णे दव्वम्मि एस भणिता दव्वम्मि एस संजोयणा दव्वसिती भावसिती दव्वादीपरिणाम दव्वादीया पडिसेवणा दव्वाय-परक्कीए . दव्वायहम्ममेतं दव्वावति खेत्तावइ दव्वे अपरिणतम्मी दव्वे तं चिय दव्वं दव्वे सच्चित्तादी . दव्वेहिं पज्जवेहि य दस एतस्स य मज्झ य दसगुरुगे आढत्तं दस चेव छच्च चतुरो दसठाणठितो कप्पो दस ता अणुसज्जंती दसभागेणऽट्ठारस दसमं अट्ठम छटुं दाणं ण होति अफलं दाणं णिव्वितिगादी दाण-कय-विक्कयादी दायगउवहत एत्तो दिटुंत चुण्ण-जोगे 635 दिटुंतस्सोवणओ 1780 दियसुवणे णिक्कारण 449 दीहं च आउगं तू ___75 दीहो त्ति वुड्डवासो 2164 दुक्कालो आदेसो 2268 दुक्खेहिं भच्छियाणं 702, 64 दुच्चिंतिय दुब्भासिय 1080 | दुज्जातजम्म एसो 1475 दुढे य पमत्ते या 1615 दुढेसो पारंची 338 दुट्ठो कसाय-विसया.... 102 दुट्ठो य पमत्तो या 1812 | दुत्ति दुगुंछा धातू 1242 दुपदं ती उस्सग्गो / 1117 दुवालसेसु एतेसु 935 दुविधं च मक्खितं खलु 1589 दुविधं तु दप्प-कप्पे 1305, दुविधं तु मूलकम्म 132 दुविध विराधण उसिणे 131 दुविधा अतिसेसा वि य 889 दुविधा पहावणा वि य 2227 दुविधा विराधणा खलु 2027 दुविधा होति अचेला 1976 दुविधे गेलण्णम्मी 276 दुविधे तु गरहिते तू 2583 दुविधे विहारकाले 1859 दुविधो उ निग्गमो खलु 1383 दुविधो य गव्वितो खलु 1798 दुविधो य होति दुट्ठो 1263 दुविहो उ मासकप्पो 1706 दुविहो तेसऽतिसेसो 1450 दुविहो य संथवो खलु 1491 584 1468 1536 2165 1051 1186 1977 1996, 2013 1505 2080 764 1792 2481 2073 2172 1421