________________ ( 25 ) रक्तार्श में-२१६ रतौंधी पर-२५० रतौंधी में-१०३, 188, 216 राजयक्ष्मा-५३ रात में आनेवाला ज्वर-१४९ लँगड़ेपन पर-८० . वच्छनाग के विष पर -97 बद्धकोष्ठता पर-६४, 163 बद्धकोष्ठता में-१२१ वन्ध्यात्व-७० . वमन और कुष्ठ पर-२३२ वमन और श्वास पर-१२१ वमन के लिए-१६१, 143, 254, 259 वमन में-७३, 110, 157, 237 वमम रोकने के लिए-२२० वसा-प्रमेह में-२२३ वातगुल्म में-८१, 185 . वातजन्य सन्धिग्रह पर-६३ वातज शरीर-पीड़ा पर-८७ वातज्वर में-६९, 201 . वातपित्त और रक्तपित्त में-७० वात-रक्त में-२१३, 229 वातरोग में-२३९, 257 चातविकार में-१६४, 21 //