________________ (21) पित्त-विकार में-१५५, 209 पित्त-शान्ति के लिए-२५३ / पित्त से दुर्बलता होने पर-१३७ पुष्टि के लिए-१९१, 203 पेट की गर्मी, कृमि और मूर्छा पर-१५२ पेट के कीड़ों पर-२३२ पेट फूलने पर-१५३ प्रदर में-१५५, 164, 180, 201, 213, 245 प्रमेह-६१, 70, 81, 235 प्रमेह और धातु-विकार में-१९॥ प्रमेह में-१२१, 122, 131, 138, 140, 195, 160, 164, 176, 187, 203, 240, 242, 248 प्रसव के बाद का शूल-२०४ प्रसव पीड़ा में-२५७ प्लीह पर-१७८ प्लीह में-८८ प्लीहा में-८० फुन्सियों पर-२३२ फूली पर-२५० फोड़ा पर-१६० फोड़े पर-६३, 116, 233, 246 फोड़ों पर-८०, 118 फोड़ा पकाने के लिए-१९१ फोड़ा फोड़ने के लिए-९१ फोड़े की शोथ पर-१३