________________ ( 17 ) गुल्म और प्लीहा में-१०३ गुल्म और रूक्षवात में-११४ घाव पर-१७०, 191, 194, 197, 262 घाव बड़ा करने के लिए-८८ घाव में कीड़ा पड़ जाने पर-१९७, 206, 233 घाव में कीड़े पड़े हों, तो-२२५ ... चकत्तों पर-२५५ चर्मरोग पर-१६३, 233, 253 . चेचक की शान्ति के लिए-६७ चेचक पर-२३२, 247 . चेचक में-७०, 130 चेचक से आँख में फूली पड़ जाने पर-१८७ चोट पर-२१२ चौथिया ज्वर में-१०४, 132 जलोदर-१७८ ज्वर-६९ ज्वर में-६६, 73, 107, 131, 153, 166, 185, 199, 227, 232, 240 ज्वर में दाह हो, तो-२४८ . ज्वर में यदि मुखपाक हो, तो-११७ ज्वर से मुख की विरसता पर-१२१ जुकाम में-२५७ जीर्णज्वर-५२