________________ वनस्पति-विज्ञान हरी दूब की तरह सफेद दूब का भी छत्ता पाया जाता है / यह प्रायः एकदम सफेद होती है / परन्तु सम्पूर्ण आकृति और ढंग हरी की तरह ही होता है। गाडर एक प्रकार की घास होती है। इसके क्षुप दो-तीन फिट ऊँचे होते हैं / जलाशय के समीपवर्ती स्थानों में यह बहुतायत से होती है / इसके तृण काँस के समान लम्बे-लम्बे होते हैं। यह छप्पर आदि के काम में आती है / इसी की जड़ को खस कहते हैं। गुण-दूर्वा कषाया मधुरा च शीता पित्तं तृषारोचक वान्ति हन्त्री / सदाहमूर्छाग्रहभूतशान्ति श्लेष्मश्रमध्वंसन तृप्तिदाच॥ रा०नि० दब-कषैली, मधुर तथा शीतपित्त, तृषा, अरुचि, वमन, दाह, मूर्छा, ग्रहवाधा, भूतवाधा, कफ और श्रम नाशक; एवं तृप्तिदायक है। गुण-दूर्वा तु रक्तपित्तनी कण्डूत्त्वग्दोषनाशिनी-रा० व० नीली दूब-रक्तपित्त, खुजली और त्वचा दोष नाशक है / गुण-श्वेता तु दूर्वा मधुरा रुच्या न तुवरा मता / तिक्तातिशीतला वान्तिविसर्पतृट्कफापहा // पित्तदाहामातिसृतिरक्तपित्तहरी मता / कासं च नाशयत्येवं पूर्ववैद्यैर्निरूपिता // - रा० नि० सफेद दूब-मधुर, रुचिकारक, कषैली, तीती, शीतल तथा वमन, विसर्प, तृषा, कफ, पित्त, दाह, आमातीसार रक्तपित्त और कास नाशक है।