________________ 64 : डॉ० अशोक कुमार सिंह एवं डॉ० सुरेश सिसोदिया 15. वही, गाथा 277-306 14. वही, गाथा 162-276; 16. वही, गाथा 307-311 (2) तंदुलवैचारिक 1. तंदुलवेयालियं पइण्णयं-पइण्णयसुत्ताइं, भाग 1, पृ० 35-62 2. पाक्षिकसूत्रवृत्ति, पृ० 77 3. तंदुलवेयालियं पइण्णयं, पइण्णयरसुत्ताई, पृ० 35, गाथा 2 - 13 4. वही, गद्य-पद्य 14-24; 5. वही, गद्य-पद्य 25-27 . 6. वही, गद्य-पद्य 28-33; 7. वही, गद्य-पद्य 34-36 ' 8. वही, गाथा 39-44; 9. वही, गाथा 45-58.. 10. वही, गद्य-पद्य 59-64; 11. वही, गद्य-पद्य 65-68 12. वही, गद्य-पद्य 69-75; 13. वही, गद्य-पद्य 76-80 14. वही, गद्य-पद्य 82-107; 15. वही, गद्य-पद्य 108 - 113 16. वही, गद्य-पद्य 114 -153; 17. वही, गद्य-पद्य 154 -167 18. वही, गाथा 171-177 (3) चन्द्रकवेध्यक 1. चंदाज्झयं पइण्णयं-पइण्णयसुत्ताई, भाग 1, पृ० 63 - 89 2. वही, पृ० 63, गाथा 1; 3. वही, गाथा 2 4. वही, गाथा 3-6; 5. वही, गाथा 7-12 6. वही, गाथा 14-20; 7. वही, गाथा 21-31 8. वही, गाथा 32-34; . 9. वही, गाथा 35 10. वही, गाथा 37-42; 11. वही, गाथा 43-51 12. वही, गाथा 54 13. वही, गाथा 61-63 14. वही, गाथा 68-77; 15. वही, गाथा 81-97 16. वही, गाथा 100 -104; 17. वही, गाथा 114 18. वही, गाथा 110 -112; 19. वही, गाथा 120 -123 20. वही, गाथा 128-129; 21. वही, गाथा 131 -140 22. वही, गाथा 143 -144; 23. वही, गाथा 147-148 24. वही, गाथा 150 -173; 25. वही, गाथा 174 -175 (4) गणिविद्या 1. गणिविज्जा पइण्णयं-पइण्णयसुत्ताई, भाग 1, पृ० 90.98 2. (क) नन्दीसूत्र, आगम प्रकाशन समिति, ब्यावर, पृ० 161-162 (ख) पाक्षिकसूत्र, पृ० 76-77