________________ तंदुलवैचारिक प्रकीर्णक और आधुनिक जीव विज्ञान : एक तुलना : 229 12. तस्स फलबिंटसरिसा उप्पलणालोवमा भवइ नाभी / रसहरणी जणणीय सयाइ नाभीए पडिबद्धा / / नाभीए ताओ गब्भो ओयं आइयइ अण्हयंतीए / ओयाए तीए गब्भो विवढइ जाव जाओ ति / / (वही, गाथा 23,24) शरीर क्रिया विज्ञान, पृ० 525 वही, पृ० 527 (क) शरीर क्रिया विज्ञान, पृ०५२७. (ख) सत्तमे मासे ...सह केस-मंसुणा अधुट्ठाओ.... -तंदुलवैचारिक, 19 (क) शरीर क्रिया विज्ञान ,पृ०५२७ (ख) अट्ठमे मासे वित्तीकप्पो हवइ ।।-तंदुलवैचारिक, 19 शरीर क्रिया विज्ञान, पृ०५२३। 18. माउअंगा. मंसे 1 सोणिए 2 मत्थुलंगे 3 / ..पिउअंगा-अट्टि 1 अद्विमिंजा 2 केस-मंसु-रोम-नहा 3 ।।-तंदुलवैचारिक, 25 19. शरीर क्रिया विज्ञान, पृ०५२१ अप्पं सुक्कं बहुं ओयं इत्थीया तत्थ जायई / अप्पं ओयं बहुं सुक्कं पुरिसो तत्थ जायई // दोण्हं पि रत्त-सुक्काणं तुल्लभावे नपुंसगो / (तंदुलवैचारिक, गाथा 35,36) .21. सेल बायोलॉजी, वर्मा एण्ड अग्रवाल, प्रका० एस० चाँद एण्ड को दिल्ली, १९७७,पृ०३११-३१२ * प्रवक्ता पार्श्वनाथ विद्यापीठ आई० टी० आई० रोड, करौदी वाराणसी - 5 .