________________ 196 : डॉ० श्रीप्रकाश पाण्डेय सुसमसुसमा य सुसमा तइया पुण सुसमदुस्समा होइ। दूसमसुसम चउत्थी दूमस अइदूसमा छट्ठी / / (प्रवचनसारोद्धार, गाथा 1/1034) वाससए वाससए एक्केक्के अवहडम्मि जो कालो / सो कालो बोधव्वो उवमा एक्कस्स पल्लस्स / / (तित्थोगालीपइण्णयं, गाथा 12) वाससए वाससए एक्केक्के अवहियम्मि सुहुमंमि / सुसुमं अद्भापलियं हवंति वासा असंखिज्जा // (प्रवचनसारोद्धार, गाथा 1/1025) सुसमसुसमा य सुसमा तइया पुण सुसमदूसमा होइ / दूसमसुसम चउत्थी दूसम अतिदूसमा छट्ठी // (तित्थोगालीपइण्णयं, गाथा 18) सुसमसुसमा य सुसमा तइया पुण सुसमदुस्समा होइ / दूसमसुसम चउत्थी दूसम अइदूसमा छट्ठी // (प्रवचनसारोद्धार, गाथा 1/1034) एक्का कोडाकोडी बायालीसाए तह सहस्सेहिं / वासाण होइ ऊणा दूसमसुसमाए सो कालो || (तित्थोगालीपइण्णयं, गाथा 21) एक्का कोडाकोडी बायालीसाए जा सहस्सेहिं / वासाण होइ ऊणा दूसमसुसमाइ सो कालो / / / (प्रवचनसारोद्धार, गाथा 1/1036) अह दूसमाए कालो वाससहस्साई एक्कवीसं तु / तावइओ चेव भवे कालो अइदूसमाए वि / / ____(तित्थोगालीपइण्णयं, गाथा 22) अह दूसमाए कालो वाससहस्साई एक्कवीसं त / तावइओ चेव भवे कालो अइदूसमाएवि / / (प्रवचनसारोद्धार, गाथा 1/1037) मत्तंगया य भिंगा तुडियंगा दिव्व (? दीव) -जोइ-चित्तंगा / चित्तरसा मणियंगा गेहागारा अणियणा य / / (तित्थोगालीपइण्णय, गाथा 46) मत्तंगया य भिंगा तुडियंगा दीव जोइ चित्तंगा / . चित्तरसा मणियंगा * गेहागारा अणियणा य / / . (प्रवचनसारोद्धार, गाथा 1/1067)