________________ 22 स्फुट गाथा संग्रह 8. अणुदिअहं विफुरन्तो मणीसि-जण सअल-गुण विणास-अरो / रिओण्डण-दावग्गी विरमउ कमला-कड-क्ख वरिसेण / / जात्र परलोअ-गत्र तुम्मि ववसाअमत्त सुहदड्वव्वे ___हरिस-छाणे वि महं डज्झइ अदिङ दहमुहवहं हिअअं / 10. वाहं ण धरेइ मुहं आसावन्धो वि ये ण रुम्भइ हिअअं। रवरि अ चिन्तिज्जन्ते ण विणज्जइ केन जीविअं संरुद्धं / 11. वोलीणो मअर-हरो मज्झ कत्रण मरणं पि दे पभिवणं निब्बूढं पाह तुमे अज्ज वि धरइ अकन्नुअं मह हिअों। 12. उग्गाहिहि राम तुमं गुणे गणे ऊण पुरिस-मइअअ त्ति जरो / गलिअ-महिला-सहावं संभा ऊण अ समं रिअत्तिहिइ कहं / 13. तुह वाणा उक्खअ-रिहअंदच्छिम्मि दह-कण्ठ जुह-णिहाअंति कआ, मह भाअधेअ-भलिआ विवरा-हत्ता मणोरहा पलहत्था / 14. जं तणुअम्मि वि विरहे पेमा-वन्धेण सणक्इ जणस्स जणो / तं जारवर इमं पेच्छन्तीत्र अ तारिसं मज्झ फलं /