________________ - जीव विचार प्रकरण 297 गुढदंत अन्तीप संमूर्छिम 298 सुद्धदंत अन्तीप गर्भज 299 सुद्धदंत अन्तर्वीप गर्भज 300 सुद्धदंत अन्तीप संमूर्छिम 301 विद्युद्दन्त अन्तीप गर्भज 302 विद्युद्दन्त अन्तद्वीप गर्भज विद्युद्दन्त अन्तद्वीप समूर्छिम RTERS अपर्याप्ता पर्याप्ता अपर्याप्ता अपर्याप्ता पर्याप्ता अपर्याप्ता अपर्याप्ता 303 देवताओं के भेद . गाथा दसहा भवणाहिवइ, अट्ठविहा वाणमंतरा हुति जोइसिया पंचविहा दुविहा वेमाणिया देवा // 24 // अन्वय दसहा भवणाहिवइ अट्ठविहा वाणमंतरा पंचविहा जोइसिया दुविहा वेमाणिया देवा हुंति // 24 // संस्कृत छाया दशधा भवनाधिपतयोऽष्टविधा वाणमन्तरा भवंति / ज्योतिष्का: पंचविधा द्विविधा वैमानिका देवाः // 24 // शब्दार्थ दसहा - दस प्रकार के भवणाहिवइ - भवनाधिपति (भवनपति) अट्ठविहा - आठ प्रकार के वाणमंतरा - वाणव्यंतर हुंति - होते हैं जोइसिया - ज्योतिष्क पंचविहा - पांच प्रकार के दुविहा - दो प्रकार के वेमाणिया - वैमानिक देवा - देव