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________________ sीवीवचार प्रश्नोत्तरी सकता है। 554) किस देवलोक से निकला जीव वासुदेव बन सकता है ? . उ. वैमानिक देवलोक, नव लोकान्तिक एवं नवग्रैवेयक से निकला जीव वासुदेव बन सकता है। 555) किस देवलोक से निकला जीव बलदेव बन सकता है ? उ. चक्रवर्ती की भाँति चारों विकायों के निकला जीव बलदेव बन सकता है परन्तु पन्द्रह परमाधामी एव तीन किल्बिषिक का देव बलदेव नहीं बन सकता है। 556) किस देवलोक से निकला जीव माण्डलिक पद प्राप्त कर सकता है ? उ. चारों निकायों से निकला जीव माण्डलिक पद को प्राप्त कर सकता है। 557) प्रथम वजऋषभनाराच संघयण वाला जीव किस देवलोक तक जा सकता है ? उ. सर्वार्थ सिद्ध विमान तक। 558) दूसरे ऋषभनाराच संघयण वाला जीव किस देवलोक तक जा सकता उ. बारहवें देवलोक तक। 559) तीसरे नाराच संघयण वाला जीव किस देवलोक तक जा सकता है? उ. दसवें देवलोक तक। . 560) चौथे अर्द्धनाराच संघयण वाला जीव किस देवलोक तक जा सकता है? उ. आठवें देवलोक तक। . 561) पांचवें कीलिका संघयण वाला जीव किस देवलोक तक जा सकता है? उ. छटे देवलोक तक। 562) छठे छेवटुसंघयण वाला जीव किस देवलोक तक जा सकता है ? उ. चौथे देवलोक तक। 563) वर्तमान में जीव किस देवलोक तक जा सकता है ? उ. वर्तमान में छेवट्ट संघयण ही होने से चौथे देवलोक तक ही जा सकता है।
SR No.004274
Book TitleJeev Vichar Prakaran
Original Sutra AuthorN/A
AuthorManitprabhsagar
PublisherManitprabhsagar
Publication Year2006
Total Pages310
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size6 MB
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