SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 26
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ . सादि , वामन, कुब्ज, हुंडक, 6. कषाय-४ - क्रोध,मान,माया,लोभ / 7. लेश्या-६-कृष्ण,नील,कापोत,तेजो,पद्म,शुक्ल। 8. इन्द्रिय-५ : 1. द्रव्य-१० :- अभ्यन्तर निवृत्ति-५ :- स्पर्शन, रसन, घ्राण, चक्षु, श्रोत्र बाह्य निवृत्ति-५ :- स्पर्शन, रसन, घ्राण, चक्षु, श्रोत्र / 2. भाव-१० :- लब्धि-५ उपयोग-५ स्पर्शन, रसन, घ्राण, चक्षु, श्रोत्र, स्पर्शन, रसन, घ्राण, चक्षु, श्रोत्र 9. समुद्घात-२ :- जीव-अजीव जीव समुद्घात-७ :- वेदना, कषाय, मरण, वैक्रिय, तेजस, आहारक केवली। 10. दृष्टि-३ :- मिथ्या, मिश्र, सम्यक् 11. दर्शन-४ :- चक्षु,अचक्षु, अवधि,केवल 12. ज्ञान-५ :- मतिज्ञान,श्रुतज्ञान, अवधिज्ञान,मनः पर्यवज्ञान, केवलज्ञान। 13. अज्ञान-३ :- मतिअज्ञान श्रुतअज्ञान / विभंगज्ञान 14. योग-३ :- मन 4, वचन 4, काया 7 _मन 4 :- * सत्य मनोयोग असत्य मनोयोग सत्यासत्य (मिश्र) मनोयोग असत्य अमृषा मनोयोग वचन 4 :- सत्य वचनयोग, असत्य वचनयोग सत्यासत्य (मिश्र) वचनयोग, असत्यअमृषा वचनयोग दंडक प्रकरण सार्थ (9) 24 दारों का संक्षिप्त संग्रह
SR No.004273
Book TitleDandak Prakaran Sarth Laghu Sangrahani Sarth
Original Sutra AuthorGajsarmuni, Haribhadrasuri
AuthorAmityashsuri, Surendra C Shah
PublisherAdinath Jain Shwetambar Sangh
Publication Year2006
Total Pages206
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size12 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy