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________________ मंगल संदेश परम पूज्य गुरुदेव तुलसी और परम पूज्य गुरुदेव महाप्रज्ञजी के नेतृत्व और कर्तृत्व से आगम बत्तीसी का सम्पादन हुआ और उसके अनुवाद आदि का कार्य आज भी आगे बढ़ रहा है। यह एक गरिमापूर्ण कार्य है। इसके अतिरिक्त अन्य ग्रन्थों का भी सम्पादन आदि कार्य हो रहा है। प्रस्तुत ग्रन्थ 'आगम अट्टत्तरी' पाठक के सम्मुख आ रहा है। इसके सम्पादन आदि के कार्य में डॉ. समणी कुसुमप्रज्ञाजी का श्रम अन्तर्गर्भित है। पाठक इस ग्रन्थ से बहुमूल्य मार्गदर्शन प्राप्त कर सकेगा। शुभाशंसा आचार्य महाश्रमण जसोल (राजस्थान) 23 अगस्त 2012
SR No.004272
Book TitleAgam Athuttari
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKusumpragya Shramani
PublisherJain Vishva Bharati
Publication Year2012
Total Pages98
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size6 MB
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