________________ (8) आवश्यक-नियुक्ति (वृत्तिः): आ. भद्रबाहु कृत नियुक्ति का मलयगिरी वृत्ति (विवरण) के . साथ आगमोदय समिति, बम्बई द्वारा 1928 ई. में प्रकाशन / इसी का दूसरा भाग 1932 में प्रकाशित। तीसरा भाग 1936 ई. में देवचंद्र लालभाई जैन पुस्तकोद्धार संस्था, सूरत द्वारा प्रकाशित। (9) आवश्यक-नियुक्ति : आगमोदय समिति, बम्बई द्वारा ई. 1916-17 में भद्रबाहुकृत नियुक्ति का हरिभद्रीय वृत्ति के साथ प्रकाशन। (10) आवश्यक नियुक्ति : माणिक्यशेखर कृत दीपिका के साथ आवश्यक नियुक्ति का 19361941 ई. में विजयदान सूरीश्वर जैन ग्रन्थमाला, सूरत द्वारा प्रकाशन। (11) आवश्यक नियुक्ति : समणी डॉ. कुसुमप्रज्ञा कृत हिन्दी अनुवाद आदि के साथ जैन विश्वभारती, लाडनूं (राज.) द्वारा 2001 ई. में (प्रथम खण्ड) प्रकाशित। (12) विशेषावश्यक भाष्य : शाह चुनीलाल हुकुमचन्द कृत गुजराती अनुवाद (जिसमें मलधारी हेमचंद्र कृत बृहवृत्ति 'शिष्यहिता' का सार भी समाहित है) के साथ आगमोदय समिति, बम्बई द्वारा 2 भागों में 19241927 ई. में प्रकाशन / इसी को 1996 ई. (वि. सं. 2053) में भद्रंकर प्रकाशन, 49/1, महालक्ष्मी सोसाइटी, शाही बाग, अहमदाबाद द्वारा प्रकाशित किया गया। [इसके पूर्व भी दो संस्करण इस प्रकाशन द्वारा, प्रथम आवृत्ति वि. सं. 1980, ई. 1923 में, तथा द्वितीय आवृत्ति, वि. सं. 2039, ई. 1982 में भी प्रकाशित हो चुके थे।] . . (13) विशेषावश्यक भाष्य : शाह हरखचंद भूरा भाई, (यशोविजय जैन ग्रन्थमाला), बनारस द्वारा वीर सं. 2427-2441 में मलधारी हेमचंद्र कृत बृहद्वृत्ति (शिष्यहिता) के साथ प्रकाशित। (14) विशेषावश्यक भाष्य : मलधारी हेमचंद्र कृत बृहद् वृत्ति के साथ, श्री शांतिनगर जैन संघ ज्ञाननिधि के अर्थ सहयोग से, दिव्यदर्शन ट्रस्ट, बम्बई द्वारा दो भागों में ई. 1982 (वि. सं. 2039) में प्रकाशित। [दिव्य दर्शन कार्यालय, अहमदाबाद तथा यशोविजय जैन ग्रन्थमाला, बनारस द्वारा जो भाष्य मुद्रित हो चुका था, उसी का यह पुनर्मुद्रण है। (15) विशेषावश्यकगाथानाम् अकारादिक्रमः, तथा विशेषावश्यकविषयाणाम् अनुक्रम : विशेषावश्यक भाष्य की गाथाओं तथा निरूपित विषयों के अनुक्रम को आगमोदय समिति, बम्बई ने ई. 1923 में प्रकाशित किया। . (16) विशेषावश्यक भाष्य (स्वोपज्ञवृत्ति): कोट्याचार्य-कृत विवरण के साथ ऋषभदेव जी - केसरीमल जी प्रचारक (श्वेताम्बर) संस्था, रतलाम द्वारा 1936-37 ई. में प्रकाशित। (17) विशेषावश्यक भाष्य (स्वोपज्ञवृत्ति): स्वोपज्ञवृत्ति के साथ भारतीय संस्कृति विद्यामन्दिर (एल. डी. इंस्टीट्यूट), अहमदाबाद द्वारा तीन भागों में 1966-1968 ई. में प्रकाशित। _ (18) विशेषावश्यक भाष्य : कोट्याचार्य-कृत वृत्ति (विवरण) के साथ, प्राकृत, जैनविद्या व अहिंसा शोध संस्थान, वैशाली (बिहार) द्वारा 1972 ई. में प्रकाशित। RB0BROSCR(r)(r)R(r)(r)R [35] ROOROSCRB0BROOR