________________ D व्याणं भिसं कथा पृष्ठ पंक्ति 83 81 1 94 109 6 68 45 23 81 77 26 103 134 19 98 118 20 104 139 15 108 167 5 भुज्जो 84 84 | मयणं 220 - सद्दकोसो-२ (अकारादिक्रमेण) शब्द | शब्दार्थ | कथा | पृष्ठ पंक्ति | शब्द / शब्दार्थ भिंगो ભમરો 102 130 26 मणयं पि જરાક પણ भिक्खाडणं ભિક્ષાટન 108 175 11 मणहरणं મનોહર . -भिच्चચાકર 108 175 13 મનોવાંછિત . अत्यंत 74 63 1 | मणिमइयमुद्दिगं भारत मुद्रिा-वीटी भुंजाविओ જમાડ્યો 90 97 1 માપો વારંવાર 107 151 12 | ममकरं મારા भुमयासुं ભ્રમર ઉપર 106 148 13 | ममच्चया મારી भूअंजलमट्टिगाई आसु थयेj ४-माटी मा 57 624 | मम्मट्ठाणंमि મર્મ સ્થાનમાં રાખ 107 151 17 | मयं મરેલો भेत्तूण ભેદીને 92 103 7 | मयटुं મારા માટે भोगेहिं सत्यंत दु:५४ायी भोगोथी. 58 10 26 મીણ भोयणसंभारं मोननी तैयारी 86 90 7 | मयणभंतीए भी।न। प्रभथी. भोलविया छतरी 68 47 8 मयणिट्टिगाओ म मयपायं महिरपान मइगव्यपव्वयारूढो भतिन। गर्व३५ मयमायरो મૃત મા વાળો પર્વત પર આરૂઢ થયેલો 68 40 27 | मलिणाणणा मलीन भुषवाणा मइलं મલિન 103 133 1 | महच्छेरं મોટું આશ્ચર્ય मंडवमंडियं શોભતો 68 46 9 महल्लिया भूल्यवान मंदीभूआ भीभूत -माछी थ६ . 57 63 ઘણી મહેનતથી સાધ્ય मच्छं 79 71 5 | महापीलं ખૂબ પીડા ડૂબતો 60 18 5 महापुक्खरिणिं महापुष्परिए नारी -मज्जपाणाइपसत्तं मधपान हिमां मासत 83 82 1 | महालयाए મહાલયમાં मडयत्तयं ત્રણ મડદાં 108 169 12 | महासत्तागाराभान मढियं 108 168 7 महिडिओ મહાદ્ધિવાન 108 153 17 81 75 10 81 75 26 81 75 11 96 115 3 84 84 16 73 58 11 108 165 18 108 155 1 108 170 2 56 6 23 57 6 15 58 7 14 81 76 4 महापयाससज्झ મૃત્યુ मज्जंतो ઝૂંપડી