________________ कथा | पृष्ठ पंक्ति 108 176 13 तो 59 13 22 94 106 25 208 सद्दकोसो-२ (अकारादिक्रमेण) | शब्द शब्दार्थ कथा | पृष्ठ पंक्ति शब्द __शब्दार्थ अमरिसपुव्वयं जोधपूर्व 108 166 19 આશ્રિતોનો अमाणसो मतिम२ सित भनवाणो 57 6 27 | अहिप्पायं मुणंतो भघि पा3 (भडे२पानी) अमियं અમૃત 68 40 18 | अहोपहेण અધોપથ, અધોમાર્ગ अमुगवइदेसिओ अभु ५२देशी 108 16122 आ अमोहसत्तिधारगा समोघ शतिना घा२४ 104 137 5 | आइच्चकिरणेहिं सूर्यना (२५ोथी अयगरेण माघ 24 // 64 31 5 | आइच्चतावेण सूर्यन तपथी. अरिकरिविणासे ४३पी दुश्मननाविनाशम 94 109 4 | आउज्जविज्जं वाठिंत्र विद्या अलं સર્યું 58 10 26 ખેંચીયા अलब्भाई मत्स्य 108 157 4 आगयपन्हा સ્તનમાંથી દૂધની ધારા अलाहि 815, सधैं 79 71 3 | आगामिणीए આવનાર अलीगं 92 103 5 | आगारिऊण આમંત્રણ આપીને अल्हायजणगाइं सास्वा४४ 102 131 8 आगारिज्जंति पधारेछ अवच्चाई पिव सवंध्यनी ठेभ 92 100 11 आणाइक्खणिज्जअवणीवई અવનીપતિને, રાજાને 68 43 5 | संतावं અકથનીય સંતાપ अवयरिऊणं ચડીને 108 174 3 आभासिऊणं पोसावी अवरमाऊए અપર માતા વડે 84 84 17 | आयंतियसुहं આત્મત્તિક સુખ ઉપર 61 20 12 | आयन्निअ આદરીને अवसुअणं અપશુકન 102 130 16 आयरम्मि આદરણીયને વિશે अवाउलो વ્યાકુલ થયા વિના . 84 85 1 आयवम्मि अव्वयं पयं અવ્યયપદ-મોક્ષને 83 80 3 | आयाहिणपयाहिणं प्रक्षि९॥ असंखिज्जा અસંખ્ય 89 96 4 आरत्तलोयणो લાલ આંખોવાળો असत्तो અશક્ત 56 3 5 | आरत्तियकरणे भारति. 425 / भाटे असरिसरूवलायण्ण-सो 35 वाय 58 822 | आलविउं वात-थित ७२वा भाटे असेसं પૂર્ણ 68 42 13 / आसारोह આસોપાલવનું વૃક્ષ 108 167 108 165 68 45 104 137 21 66 35 84 84 18 83 838 81 75 20 अवरिं 105 14224 74 61 1 105 145 6 94 111 24 91 99 5 89 95 94 110 21 108 167 2 70 54 8 95 112 15 62 243