________________ उसकेपर गहराई 206 ] गाथा 86-90 // (6) कुलगिरि यन्त्र // छः कुलगिरि- किस स्थान- | कितने | | खण्ड वर्ण | लम्बाई | चौडाई | A | कौनसी नदियाँ R के नाम | के पर? | | कौनसा प्रमाण? सरोवर ? . निकलती हैं ? | लघुहिमवन्त | मेरुकी दक्षिणमें 2 | सुवर्णका | पूर्वसमुद्रसे | १०५२यो० 100 11] पद्मद्रह पूर्वमें गंगा नदी और (पीतवर्ण) | पश्चिमसमुद्र | 12 कला पश्चिममें सिंधु नदी | यो भरतकी उत्तरमें 24932 यो उत्तरमें रोहितांशा नदी शिखरी मेरुकी उत्तरमें 11] पुंडरीकद्रह | पूर्वमें रक्ता नदी ऐखतकी दक्षिणमें पश्चिममें रक्तवती नदी दक्षिणमें सुवर्णकूला नदी महाहिमवन्त मेरुकी दक्षिणमें 8 | " 539314210 यो०/२०० 8 महापद्मद्रह | दक्षिणमें रोहिता नदी हिमवंतके अंतमें यो० | 10 कला | यो० उत्तरमें हरिकांता नदी रूकमी श्वेतवर्णीय चांदीका ,, , | 8 | महापुंडरीकद्रह | उत्तरमें रूप्यकूला नदी दक्षिणमें नरकांता नदी मेरुकी उत्तरमें हिरण्यवंतके अन्तमें मेकी दक्षिण में हरिवर्षके अंतमें निषध 32 तपनीय तिगिछिद्रह / 94156 १६८४२यो०४००/ 9| 'यो० | 2 कला | यो० दक्षिणमें हरिसलिला नदी उत्तरमें सीतोदा नदी रक्तमय सुवर्णका [ बृहत्संग्रहणीरत्न हिन्दी . नीलवन्त 9| केसरीद्रह मेरुकी उत्तरमें रम्यक्के अंतमें / 32 / वैडूर्य रत्नका (नीलवर्ण) उत्तरमें नारीकांता नदी 10 दक्षिणमें सीता नदी