________________ कर रही है / अब यह मानवभव कर्मों को समाप्त करने की साधना के लिए ही मिला है / प्रश्न- 23. कौन-कौन सी वस्तुएँ अनादि हैं ? उत्तर- तीन वस्तुएँ अनादि हैं / 1. जीव, 2. जगत, 3. जीव और कर्म का संयोग / . प्रश्न- 24. अनादि किसे कहते हैं ? . जिसकी आदि अर्थात् प्रारम्भ होता है उसे आदि कहते हैं परन्तु जिसकी शुरुआत ही न हो उसे अनादि कहते हैं। .. . प्रश्न-25. जीव-जगत तथा कर्म संयोग अनादि के साथ-साथ क्या अनन्त भी उत्तर जीव-जगत और कर्म संयोग अनादिकालीन होने पर भी इनमें सतत परिवर्तन होता रहता है, जीव स्वयं कभी देव-मनुष्यतिर्यञ्च-नरक आदि गतियों में जाता है / जगत यानि संसार में भी अनेक प्रकार का परिवर्तन होता रहता है तो भी जीव का कभी भी नाश नहीं होता / जगत का भी कभी नाश नहीं होता / जीव और जगत जैसे अनादि हैं वैसे अनन्त भी हैं | परन्तु जीव और कर्म का संयोग अनादि होने पर भी अनन्त नहीं है, अन्त आ सकता है / जब जीव मोक्ष में जायेगा तब / उत्तर प्रश्न- 26. जीव और कर्म संयोग का अन्त कैसे आ सकता है ? जब जीव अपने जीवन में राग-द्वेष को समाप्त करने की साधना करेगा तब आत्मा के ऊपर से कर्म अलग हो सकते हैं / कर्म अलग होते ही आत्मा मोक्ष में पहुंच जाएगी / उस आत्मा का परमात्म स्वरूप प्रकट हो जाएगा / संयोग का अन्त हो जायेगा / 153