________________ * गुड़गाँव में श्री आत्म-वल्लभ सामायिक मण्डल * बड़ौत में श्री आत्म-वल्लभ तरुणी मण्डल साध्वीजी म. का जन्म यद्यपि पंजाब में हुआ परन्तु इन्होंने राजस्थान, गुजरात, सौराष्ट्र, महाराष्ट्र, यू. पी. आदि सभी स्थानों पर चातुर्मास करके स्थान-स्थान पर जैनदर्शन के शिविर लगाकर धर्म का प्रचार किया है तथा कर रही हैं। साध्वीजी का सम्पूर्ण जीवन एक प्रेरणा है। कहा गया है- 'महापुरुष कुछ अलग कार्य नहीं करते, बल्कि कार्य को अलग ढंग से करते हैं।' साध्वीश्री प्रगुणाश्रीजी म., साध्वीश्री प्रियधर्माश्रीजी म. आदि जैसी सतियों के संयम से ही यह संसार अपने क्रम से चलता है। साध्वीजी निरन्तर आत्मोन्नति को प्राप्त हों, शासन सेवा-शासन प्रभावना की असीम शक्ति प्राप्त हो, ऐसी शुभकामना ! एसी शुभाशंसा !! - हिमांशु जैन, लिगा, दिल्ली