________________ बीसवाँ प्रकरण पिता-पुत्र मिलन राजा की प्रतिक्षा फिर दूसरे दिन काली वेश्या के घर में बैठे हुए देवकुमार ने वेश्या से पूछा कि 'नगर में अब क्या वार्ता चल रही है ? इस समय राजा क्या कर रहा है ? तथा भट्टमात्र आदि मंत्री लोग क्या करते हैं ? तब चोर के आगे एकान्त में वेश्या कहने लगी कि राजा ने सब मंत्रियों को बुलाकर कहा है कि तीन दिन के भीतर मैं स्वयं ही चोर को पकडूंगा।' राजा की बात सुन कर मंत्री लोग बोले कि 'हे राजन् ! वह चोर अत्यन्त छली तथा दुर्ग्राह्य है, इसलिये आप इस प्रकार की प्रतिज्ञा न करें। राजा बोले:-" हे मंत्रीश्वरो ! जो जो व्यक्ति प्रतिज्ञा करता है, उस उस व्यक्ति की ही वह चोर दुर्दशा करता है। तब ऐसी स्थिति में मैं आज फिर दूसरे किस व्यक्ति को चोर पकड़ने के लिये Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org