________________ Jain Education International 438 com MAM / ES For Personal & Private Use Only SOURN प्रतिष्ठानपुर गमन www.jainelibrary.org अग्निवैताल, भट्टमात्र तथा उन दोनों वेश्यायोको साथ लेकर महाराजा विक्रम प्रतिष्ठानपुर जा रहे है. [मु. नि. वि. सं. पृ. 71 विक्रमचरित्र]