________________ रहस्यवाद, पृ. 24-31 कबीर ग्रंथावली, पृ. 11 ऋग्वेद, मण्डल-9, सूक्त-83 ऋग्वेद, 7/76/6 ऋग्वेद, 10/129/1, 2 वही, 1/164/46 वही, 10/90/1 वही, 10/121 बृहदारण्यकोपनिषद्, 5/1/1 केनोपनिषद्, 2/1, 2/2 वही, 2/3 ईषोपनिषद् 15 एवं बृहदारण्यकोपनिषद्, 5/15/1 छान्दोग्योपनिषद्, 6/2/1 तैतिरीयोपनिषद्, 2/7 श्वेताश्वेतर कठोपनिषद्, 3/20 एवं कठोपनिषद्, 2/20 कठोपनिषद्, 2/3/12 गीता, 11/16 मिस्टिसिन्न इन महाराष्ट्र, पृ. 8 श्रीमद् भागवत् स्कन्ध-5, अध्याय-3 अनिर्वचनीयं प्रेम स्वरूपम्-नारद भक्ति सूत्र, 51 दोहाकोश, 26, 69 बौद्धगान और दोहा, उद्धृत-आधुनिक हिन्दी काव्य में रहस्यवाद, पृ. 11 वही वही बौद्ध गान और दोहा आनन्दघन का रहस्यवाद, पृ. 29 गोरखनाथ एण्ड कनफटा योगी भारतीय संस्कृति और साधना-2, पृ. 254 गोरखबानी-23 वही, 94 वही, 106 101. 102. 103. 104. 105. 514 Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org