________________ श्री भगवद्गीता, अ. 5/156 उत्तराध्ययन सूत्र, 32/6 योगशतक, गा. 53 श्रावक प्रज्ञप्ति, गा. 393 कम्मपयडी टीका वही नवतत्त्व, गा. 37 पंचसंग्रह, बंधनकरण, गाथा 40 कम्मपयडी टीका, भावानुवाद, पृ. 73 प्रथम कर्मग्रंथ टीका, गा. 1/2 प्रशमरति, श्लोक-22 षड्दर्शन समुच्चय टीका, पृ. 212 तत्त्वार्थ सूत्र, 6/1, 3 श्रीभगवद्गीता, अ. 18 वेदान्त दर्शन, 5/1/15 पातंजल योगदर्शन, 4/7 पातंजल भाष्य, 4/7, पृ. 416 वही, सू. 4/1, पृ. 416 न्यायमंजरी, पृ. 505, 275 द्रव्य संग्रह टीका, गा. 6 उत्तराध्ययन सूत्र, 33/2, 3 कम्मपयडी टीका श्रीभगवतीसूत्र, 33/2, 3 स्थानांग टीका, 8/3/573 प्रज्ञापना सूत्र, 23/1 अभिधान राजेन्द्रकोश, 3/258; कर्मग्रंथ 1/3 पंचसंग्रह, 2/2 प्रथम कर्मग्रंथ, 1/3 तत्त्वार्थ सूत्र, 8/5 नवतत्त्व, गाथा 51 धर्मसंग्रहणी, गाथा 607, 608 77. 400 Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org