________________ द्वितीय अध्याय र उपाध्याय यशोविजय का अध्यात्मवाद MOPIC ORCHOICE =(c) gee.. =M(c) NO. MOONOMOTIODOIC अध्यात्मवाद का व्युत्पत्तिपरक अर्थ उपाध्याय यशोविजय द्वारा गृहित सामान्य अर्थ नैगम आदि सप्तनयों की अपेक्षा से अध्यात्म का महत्त्व निश्चय एवं व्यवहारनय की दृष्टि से अध्यात्म अध्यात्म का स्वरूप एवं विश्लेषण अध्यात्म के अधिकारी अध्यात्म के विभिन्न स्तर धर्म और अध्यात्म भौतिक सुख और अध्यात्म अध्यात्म का तात्विक आधार-आत्मा अध्यात्म में साधक, साध्य और साधन Jain Education International www.jainelibrary.org