________________ - naveenatavaanvasvaporesavasexsreaseevawarenewanaereasavamsuTOves पञ्चस्काण नाष्यनी अनुक्रमणिका. 1 पञ्चख्खाणनां नवद्वारनां नाम 1 106 / भेद सहित 29-11 129 2 पहेलं उत्तरगुण पचरूखाणना दश / 7 छ भक्ष्य विगयना निवियाता __ भेदतुं द्वार 2-3 107 त्रीस कराय छे तेनुंद्रार तेमां निवि३ बीजं पञ्चख्खाण करवाना पाठरुप यातानो अधिकार सविस्तर वर्णव्योछे 32 चार प्रकारना विधि द्वार .. 3-12 112 / 8 सातमु पञ्चरूखाणनां मूळपुण उत्तर४ त्रीजु चार प्रकारनां आहारना गुणरुप वे भांगानुं द्वार 41 स्वरुपर्नु द्वार 9 आठमुं पञ्चख्खाण छ शुद्धिए सफळ 5 चोथु नवकारशी प्रमुखना आगारनी थाय तेना नाम द्वार संख्यातुं द्वार 16-28 124 10 नवमुं पञ्चख्खाण फळ इहलोक तथा 6 पांचमुंछ भक्ष तथा चार अभक्ष परलोक आश्रयी वे प्रकारे थाय 47 मली दश विगयनुं द्वार भेद पति | तेनुं द्वार द्रष्टांत सहित / VANDRASININ 13-15 120 | 2 आठ For Personal & Private Use Only