________________ बे. तथा वर्षाकाले विशेष थाय बे, तेहनुं मध, बीजें माखीजें मध, अने त्रीजु नमरानुं | मध एवं त्रण प्रकार- मधु एटले मध जाणवू, तथा एक काष्ठ ते धाउमी प्रमुख काष्टथी महुमादिकथी नीपन्यु मद्य, बीजं पिष्ट ते ज्वारप्रमुखना आटादिकथी नीपनी मदिरा ए मद्य एटले मदिरा ते बे प्रकारनी जाणवी. हवे मांसना नेद कहे . एक जलचर जीव जे मत्स्यादिक तेनं. | बीजु थलचर जीव जे छिपदचतुष्पदादिक तेनुं, त्रीजु खेचर जीव जे पदीयादिक ते, ए विधा | एटले त्रण त्रकारनुं मांस जाणवू, तथा घृतवत् एटले जेम घृत, गाय नेष गामरी अने बाली | ए चार प्रकारे कयु, तेम माखण पण एहज चार प्रकारनुं जाणवू, पण एटबुं विशेष ले जे मा| खण जे, ते सर्व चारे प्रकारचें अन्नक्ष्यज बे. अने घृत जे , ते चारे प्रकारचं नक्ष्य विगयमां | कडं बे, जेमाटे वोज थ खटासे चलित रसपणुं पामीये एवी एक मदिरा, बीजुं सथी बाहेर | नीकल्यु एवं माखण, त्रीजु जीवित शरीरथी अलगुं थयु एवं मांस, रुधिर तेपण एमज जाणवू, तथा चोथु मधुपुमाथी उपन्युं मधु, ए चारे पदार्थोंने विषेअंतर मुहर्तमध्ये असंख्याता बेजिय avataavatmanicatare Navarateaetanaatme/ets/RecitativeawaruVARINIVAaer a sooAMMARVAR/ www.ianelibrary.org sain toucation international For Personal Private Use Only