________________ प०भा० प०मा० // 148 avinavemarathisruses/MOVEMERGAON | लेपीय बैये, एने मालबादिक देशने विषे काकबपति एम नाषाये कहे , चोथो खामनी सर्व जाति, पांचमो अझै कढेलो इकु एटने सेलमा तेनो रस, ए पांच नीवियातां गोलनां जाणवां. | | एना पण नेदांतर घणा थाय . // 34 // . हवे कमाविगश्ना पांच नीवियातां कहे जे. पूरिअतवपूआ-एकतावडी | तन्नेह-तेथी अन्य जललप्पसिय-जललापसी / पूत्तिकयो -निवीभातुं "पुराय एवडा पुडला उपर तुरिअघाणाइ-चोथाघाणादिक पंचमो-पांचमुं पोतुं देइ करेलो पुडलो बीअपूअ-बीजो पुडलो / गुलहाणी-गोलवाणी Viracasite/RED/3rdPARDESpacitmendednapr पूरियतवपूआ बीय, पूअ तन्नेह तुरिय घाणाई // गुलहाणी जललप्पसि, य पंचमो पूत्तिकयपूओ // 35 // // 145 // शब्दार्थ-एक तावडी पूराय एवडा पूडला उपर बीनो तलवो ते, त्रग घाण तल्या पछी चोथो घाग तलको ते, गोल Jain Education International For Personal & Private Use Only www.ainelibrary.org