________________ श्रीमजिनेन्द्र स्वामी प्रणीत जिनवाणी का सार / निर्ग्रन्थ प्रवचन।।। जैनागमों से चयनित गाथा संग्रह 17.50 % संकलन-सम्पादन : जगदवल्लभ जैन दिवाकर प्रसिद्ध वक्ता पूज्य श्री चौथमल जी म.सा. पुर्न प्रकाशन प्रेरक : श्रमण संघीय उपाध्याय संघसेतु-संघगौरव पूज्य श्री रवीन्द्र मुनि जी म.सा. San Education Interhaal For Personal private Use Only Cow.jaiperprey.p