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________________ 70 -73 13-15 74 74 22 77 . 78 79 20 |80 देवों के 10 सामान्य भेद चार निकाय के देवों का निवास भवनत्रिक देवों की लेश्याएँ इन्द्रों की व्यवस्था 7-9 देवों में प्रवीचार (मैथुन - काम सेवन) | ज्योतिषी देव 16-17,23/ वैमानिक देवों के भेद 18-19 | वैमानिक देवों के विमानों का वर्णन वैमानिक देवों का वर्णन वैमानिक देवों की देवांगनाओं का वर्णन 29-34,42 वैमानिक देवों की आयु आदि वैमानिक देवों में उत्तरोत्तर अधिकता वैमानिक देवों में उत्तरोत्तर हीनता | 24-25 | लौकान्तिक देव | दो भवावतारी एक भवावतारी तिर्यंच कौन हैं? कौन तिर्यंच मरकर किस स्वर्ग में उत्पन्न होता है? | 83 कौन मनुष्य मरकर किस स्वर्ग में उत्पन्न होता है? कौन देव मरकर कहाँ उत्पन्न होते हैं? त्रेसठ शलाका पुरुषों सम्बन्धी विशेषता 28,37-41 भवनत्रिक देवों की आयु आदि 35-36 | नारकियों की आयु पंचम अध्याय पंचम अध्याय विषय-वस्तु 21 .80 81 26 82 82 27 82 84 85 85 86 87 88 Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.004253
Book TitleTattvartha Sutra
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPuja Prakash Chhabda
PublisherJain Sanskruti Samrakshak Sangh Solapur
Publication Year2010
Total Pages258
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size17 MB
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