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________________ 151 152 155 156 157 . 158 159 161 162 25. गमन किस प्रकार होता है? 26. मुक्त जीवों की गति 27. संसारी जीवों की गति और समय . 28. अविग्रह गति का समय 29. जन्म के भेद 30. योनियों के भेद 31. गर्भजन्म किसके होता है? 32. सम्मूर्च्छन जन्म किसके होता है ? 33. शरीर के नाम और भेद 34. शरीरों की सूक्ष्मता का वर्णन 35. शरीर के प्रदेशों का विचार 36. तैजस और कार्माण शरीर की विशेषता 37. एक साथ जीव के कितने शरीर हो सकते हैं? 38. कार्माण शरीर की विशेषता 39. औदारिक शरीर का लक्षण 40. वैक्रियिक शरीर का वर्णन 41. आहारक शरीर का स्वामी व लक्षण 42. लिंग (वेद) के स्वामी 43. अकाल मृत्यु किनकी नहीं होती? अध्याय 3. 165 166 167 170 170 171 171. 174 178 182 पृ.सं. 184 186 1. सात पृथिवियों - नरक .. A. नरक में उत्पत्ति का काल ____B. नरक में उत्पत्ति के स्वामी 2. साथ पृथिवियों में नरकों (बिलों) की संख्या 3. नारकियों के दुःख का वर्णन 4. नारकों में उत्कृष्ट आयु का लक्षण 5. द्वीप, समुद्रों के नाम 187 188 188 194 195 20 Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org
SR No.004251
Book TitleSwatantrata ke Sutra Mokshshastra Tattvartha Sutra
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKanaknandi Acharya
PublisherDharmdarshan Vigyan Shodh Prakashan
Publication Year1992
Total Pages674
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size11 MB
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