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श्री तारक गुरु जैन ग्रन्थालय का ३६२वाँ रत्न
कर्म-विज्ञान
लेखक
सम्पादक
प्रथम आवृत्
मुद्रण
मूल्य
Jain Education International
: नौवाँ भाग
प्रकाशक / प्राप्ति-स्थान :
( अरिहंत - सिद्ध-स्वरूप विवेचन)
: आचार्य श्री देवेन्द्र मुनि जी
: विद्वद्रत्न मुनि श्री नेमीचन्द जी
: वि. सं. २०५४, आषाढ़ जुलाई १९९७
श्री तारक गुरु जैन ग्रन्थालयं गुरु पुष्कर मार्ग, उदयपुर-३१३ ००१
फोन : (०२९४) ४१३५१८
: श्री राजेश सुराना द्वारा, दिचाकर प्रकाशन
ए-७, अवागढ़ हाउस, एम. जी. रोड
आगरा-२८२००२ फोन : (०५६२) ३५११६५
: एक सौ पच्चीस रुपया मात्र
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