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श्री तारक गुरु जैन ग्रन्थालय का ३४६वाँ रत्न
• कर्म-विज्ञान
: आठवाँ भाग
(मोक्ष तत्त्व का स्वरूप-विवेचन)
• लेखक
-: आचार्य श्री देवेन्द्र मुनि
सम्पादक
:: विद्वद्रत्न मुनि श्री नेमिचन्द्र जी
• प्रथम आवृत्ति
: वि. सं. २०५३, कार्तिक शुक्ला ५
ज्ञान पंचमी नवम्बर १९९६
• प्रकाशक/प्राप्ति-स्थान : श्री तारक गुरु जैन ग्रन्थालय
गुरु पुष्कर मार्ग, उदयपुर-३१३ 00१ फोन : (०२९४) ४१३५१८
मुद्रण
: श्री सजेश सुराना द्वारा,
दिवाकर प्रकाशन ए-७, अवागढ़ हाउस, एम. जी. रोड आगरा-२८२ ००२ फोन : (०५६२) ३५११६५
• मूल्य
: एक सौ पच्चीस रुपया
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