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५०८ कर्म-विज्ञान : भाग ४ : ग्रन्थ-सूची बौद्ध धर्म-दर्शन
व्यवहारभाष्य भक्त-परिज्ञा
व्याख्याप्रज्ञप्ति भगवती आराधना
शतक भगवती सूत्र
शुभाशुभकर्मफल भाव पाहुड
(आत्मनिधि मुनि त्रिलोक) भाव संग्रह .
श्रावक का अस्तेय व्रत मनुस्मृति
(पूज्य श्री जवाहरलाल जी म.). महाबन्धो
षट् खण्डागम, पंचम खण्ड । महाबंधो भाग १, प्रस्तावना
षड्दर्शन समुच्चय (पं. सुमेरुचन्द्र दिवाकर)
समयसार (आचार्य कुन्दकुन्द) मुक्ति के ये क्षण
समयसार कलश (ब्र. कु. कौशल)
(आचार्य अमृतचन्द्र) मूल आराधना
समवायांग सूत्र मूलाचार
सम्यग्दर्शन : एक अनुशीलन मोक्षमार्ग प्रकाशक
(अशोक मुनि) युक्त्यनुशासन टीका
सर्वार्थसिद्धि (आचार्य पूज्यपाद रचित) योगदर्शन
सुधर्मा, अगस्त ६९ का अंक योगदर्शन व्यास भाष्य
सूत्रकृतांग सूत्र योगशास्त्र
संग्रहणी सूत्र (चन्द्रसूरि रचित) योगसार
संयुक्त निकाय रत्नकरंडक श्रावकाचार
सांख्य कारिका रसबन्धो (मुनि जयशेखरविजयजी) सांख्य दर्शन राजवार्तिक (तत्वार्थवार्तिक) . स्थानांग (ठाणांग) सूत्र (आ. अकलंकदेव रचित)
स्थानांग वृत्ति रे कर्म तेरी गति न्यारी
स्याद्वाद मंजरी (आ. विजयगुणरत्लसूरीश्वर) हितोपदेश वाल्मीकि रामायण, (सुन्दर काण्ड) क्षपणासार विपाक सूत्र
ज्ञातासूत्र विशेषावश्यक भाष्य
ज्ञान का अमृत (ज्ञान मुनि जी) वीतरागता : एक समीचीन दृष्टि ज्ञानबिन्दु (जिनेन्द्र वर्णी जी) (डॉ. देवेन्द्रकुमार शास्त्री)
ज्ञानसार वैराग्य शतक
ज्ञानार्णव (शुभचन्द्राचार्य) वैशेषिक सूत्र, (प्रशस्तपाद भाष्य)
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