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परम आराध्या, महान आत्मसाधिका गुरुवर्या अनुभवश्रीजी म.सा.
को श्रद्धासभर
समर्पण
आपके अनन्त उपकारों से
उपकृत हूँ। जिसका जिसको अर्पण कर
प्रफुल्लित हूँ।
विनीतप्रज्ञा
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