________________
महोपाध्याय विनयसागर
प्राकृत भारती अकादमी जयपुर सन् १६५८
इसिभासियाई सुत्ताई (ऋषिभाषित सूत्र) ईशादि नौ उपनिषद्
हरिकृष्णदास गोयनका
उवंगसुत्ताणि १-२ उत्तराध्ययनसूत्र
युवाचार्य महाप्रज्ञ सं. आत्मारामजी महाराज
गोविन्दभवन - कार्यालय वि. सं. २०५३ गीताप्रेस, गोरखपुर जैन विश्वभारती लाडनूं (राज.) ई. सं. १६८६ आचार्य श्री आत्माराम जैन प्रकाशन समिति, जैन स्थानक,
लुधियाना
उत्तराध्ययनसूत्र (१-३)
सं. आचार्य श्री हस्तीमलजी
उत्तराध्ययनसूत्र
सं. मुनि श्री सोभाग्यचन्द्रजी
उत्तराध्ययनसूत्र
सं. युवाचार्य महाप्रज्ञ
उत्तराध्ययनसूत्र
श्री अमर मुनि डॉ. राजेन्द्र मुनि
उत्तराध्ययनसूत्र
उत्तराध्ययनसूत्र
सं. श्री मधुकर मुनि
सम्यग ज्ञान प्रचारक मण्डल ई. सं. १ बापू बाजार, जयपुर महावीर साहित्य प्रकाशन मन्दिर सन् १६३४ - १६६१ हठीभाईनी वाड़ी, अहमदाबाद
जैन विश्वभारती संस्थान मान्य सन् १९६२ विश्वविद्यालय लाडनूं (राज.)
आत्म-ज्ञान पीठ मानसा मंडी पंजाब श्री तारक गुरू जैन ग्रंथालय, सन् १६६६ उदयपुर श्री आगम प्रकाशन समिति ई. सन् १९५४ ब्यावर (राज.) श्री श्वेताम्बर स्था. जैन कांफ्रेस सन् १६६२ ४१, मेडोजस्ट्रीट, मुंबई श्री खंभात रथा जैन संघ , वि. सं. २०४६ श्री अरविंद जगजीवनदास पटेल बोलपीपलो खंभात (गुजरात) श्री जितराज ग्रंथ भंडार वि. सं. १९ce लक्ष्मीपूरी, कोल्हापुर श्री जिनशासन आराधना ट्रस्ट वि. सं. २०४६ ७/३ जो भाईवाड़ो, भुलेश्वर, .
उत्तराध्ययनसूत्र
सं. सोभाग्यचन्द्रजी
उत्तराध्ययनसूत्र
सं. श्री कातिऋषिजी म.सा.
उत्तराध्ययनचूर्णि
जिनदासगणि
उत्तराध्ययनटीका
शान्त्याचार्य
मुंबई
उत्तराध्ययनटीका
भावविजयगणि, नेमिचंद्राचार्य, शान्त्याचार्य, लक्ष्मीवल्लभगणि, कमलसंयमोपाध्याय
उत्तराध्ययनटीका
लक्ष्मीवल्लभ गणि
उत्तराध्ययनटीका
कमलसंयमोपाध्याय
श्री हर्षपुष्पामृत जैन ग्रंथमाला वि. स. १६३६ लाखाबावल - शान्तिपुरी सौराष्ट्र (आगम पंचागी क्रमः ४१/३) राय धनपतसिंह बहादुर वि. सं. १६३६ कलकत्ता (प्राप्ति स्थानशाजापुर भंडार) श्रीमज्जनसिद्धान्तवाचना वि. सं. १९७७ प्रकाशनकारिक (प्राप्ति स्थानजिनदत्तसूरि ज्ञान भण्डार, इन्दौर) जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सन् १९६८ महासभा आगम- साहित्य प्रकाशन समिति, ३, पोर्चुगीज चर्च स्ट्रीट, कलकत्ता सोहनलाल जैनधर्म सोहनलाल जैनधर्म प्रचारक समिति जैन विश्व भारती लाडनूं(राज.) सन् १६५४
उत्तराध्ययन; समीक्षात्मक अध्ययन
मुनि नथमल
उत्तराध्ययनसूत्र; एक परिशीलन डॉ. सुदर्शनलाल जैन एकार्थक कोश
समणी कुसुमप्रज्ञा
Jain Education International
For Personal & Private Use Only
www.jainelibrary.org