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जिनकी स्नेहमयी गोद में खेली-कूदी, जीवन का विकास किया और त्याग - वैराग्य की प्रेरणा पाकर साधना के पथ पर बढ़ी, उन सरल-स्वभाची, सौम्य मूर्ति, त्याग - निष्ठ महायोगी, परम-श्रद्धेय स्वर्गीय पूज्य पिता मुनि श्री मांगीलाल जी महाराज की पावन - पुनीत स्मृति में
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समर्पित
—महासती उभराव कुँवर
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