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लिये स्नान करना जरूरी नहीं है । (हाथ, मुंह धोकर अंग शुद्धि कर लें तो चलता है)
भगवान की आज्ञा मस्तक चढ़ाने के प्रतीक के रूप में मस्तक पर तिलक रखना (पुरूषों के लिये बादाम-ज्योत का आकार और महिलाओं के लिये गोल तिलक करना चाहिए) अजयपाल के क्रूर हठाग्रह से उन्नीस युगल गरमागरम तेल में तल कर खतम हो गये लेकिन तिलक नहीं मिटाया। उस बलिदान को याद करके माता बहिनों को में सूचना है कि सुबह बच्चों को टुथब्रश के बारे में पूछते हो लेकिन यह पूछना क्यों भूल जाती है कि बेटा! तिलक क्यों नहीं लगाया? जा जल्दी लगा के आ । तिलक बिना जैन का बच्चा शोभता नहीं।'' तिलक पूरे दिन रहे इस तरह से लगाना । सेठ मालिक को वफादार रहने वाला आदमी, क्या तिलक को बेवफा बनेगा? मेरे मस्तक पर प्रभु का तिलक है, यह याद आते ही बहुत से पापों से बच जायेंगे ।
• प्रभु को तीन प्रदक्षिणा देनी चाहिये। तीन प्रदक्षिणा देने से १०० वर्ष के उपवास का लाभ मिलता
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गुड नाईट - 30