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मेवाड़ के जैन तीर्थ भाग 2
समर्पण सभी आचार्य प्रवर के जीवन को पढ़ा, देखा व सुना
उनकी सौम्य मूर्ति को यह ग्रन्थ समर्पण
कलाकopan
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प.पू. सिद्धान्तमहोदधि आचार्यदेव
श्वरजी महाराज
EROS DE प.पू. मोक्षा मार्ग के सच्चे सारथी आचार्यदेव श्रीमद् विजयभुवनभानु सूरीश्वरजी महाराज
मत
SOCCORDE
06 PRASANGECTROGRESO
ROHSICOMEOPOROTICORICHES
POOROSCORIANDGAON
SOMEONE-COMMEDIATE
G ORPICORPORIES
लाल लाल 302 प.पू. समतासागर पन्यास प्रवर श्री पद्मविजयजी गणिवर्य
लाल प.पू. प्राचीन आगम शास्त्रोद्धारक आचार्यदेव श्रीमद् विजय हेमचंद्रसूरीश्वरजी महाराज
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